VIP SECURITY (महत्वपूर्ण व्यक्ति की सुरक्षा)

 वी.आई.पी. सिक्योरिटी :–

एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्ति (वी.आई.पी.) वह व्यक्ति होता है जिसे अपनी स्थिति या महत्व के कारण विशेष विशेषाधिकार प्रदान किया जाता है l उदाहरण में हस्तियां, राज्य के प्रमुख या सरकार के प्रमुख, अन्य राजनेता, प्रमुख न्योक्ता,उच्च स्तीय कारपोरेट अधिकारी ,अमीर व्यक्ति, या किसी अन्य सामाजिक रूप से उल्लेखनीय व्यक्ति शामिल किया जाता है जो किसी भी कारण से विशेष उपचार प्राप्त करता है l  विशेष उपचार आमतौर पर आम लोगों से अलग होना, और उच्च स्तर की सुविधा या सेवा शामिल है l

वी.आई.पी. को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सुरक्षा से जुड़ी केंद्र सरकार और राज्य सरकार इकाइयां और राज्य इकाइयां कुछ दिशा निर्देशों के मुताबिक सुरक्षा प्रदान करती हैं जिसके निम्न भाग है 

वी.आई.पी सुरक्षा के बुनियादी सिद्धांत (Principle of VIP Security :-

  • खतरे की अवधारणा l ( Threat Perception)
  • पहले से सुरक्षा उपायों पर संपर्क स्थापित करना l (advanced security liaison)
  • अधि
  • अभिगम नियंत्रण प्रणाली l (Access control)
  • विध्वंस विरोधी प्रणाली l (anti sabotage check)
  • जमीनी स्तर पर तैनाती l (physical deployment)
  • आपातकाल योजना l (Contigency Planning)
सुरक्षा से जुड़े 06 प्रकार के बुनियादी सिद्धांत हैं जिसे जमीनी स्तर पर पूरी तरह क्रियान्वित कर सुरक्षा को मजबूती प्रदान करता है l

खतरे की अवधारणा (Threat Perception)

खतरा किसे हो सकता है l

सामान्य तरीके की विशिष्ट सूचना पहले से ना हो l

  • कहीं से कुछ विशिष्ट सूचना प्राप्त हुई हो l

खतरे क्या-क्या होने की संभावना है:–

  • ऑफिस या किसी अन्य जगह एकाधिकार का होना l
  • राजनैतिक या व्यापार संबंधी प्रतिद्वंदिता l
  • अलग अलग विचारधारा का  होना l
  • दिमाग परेशानी या मनोरोगी होने की वजह से प्रयास किया हो l

इन तमाम खतरों का प्रत्युत्तर क्या है और कैसे (How to counter various Threats)

वी.आई.पी. को किसने सबसे ज्यादा खतरा है और उनका किस प्रकार प्रति उत्तर देंगे l

नजदीक से फायरिंग–Firing to close range

  • व्यक्ति की प्रवेश के दौरान जांच पड़ताल और मैनुअल और तकनीकी उपकरणों से तलाशी करनाl
  • सामान की मैनुअल और तकनीकी उपकरणों से जांच पड़ताल और तलाशी करना l
  • कार्यक्रम स्थल का विध्वंस तलाशी करना l
दूरी से फायरिंग होने पर –firing for distance

  • बी.आई.पी के नजदीक ऊंची बिल्डिंग को सुरक्षित करना।    
  • ऐसी सभी जगह जहां से किसी प्रकार फायदा उठा सकते हैं पूरी तरह सुरक्षित करना l
  • ऊंचाई वाले स्थान से कोई ना देखें इस का बंदोबस्त करना l
  • जगह का निरीक्षण करना l

बारूदी खतरा –Explosive Threat

  • विध्वंस विरोधी तलाशी
  • विजुअल तलाशी
  • कार्यक्रम से पहले सुरक्षा के उपाय

बड़ा हमला –Bold attack

  • प्रवेश स्थानों और पैरामीटर पर पर्याप्त नफरी और फायरिंग पावर होना जरूरी है l
  • अलार्म और संचार संबंधी व्यवस्था होनी चाहिए l
अपहरण –Kidnapping
  • नजदीकी सुरक्षा चौकन्ना और प्रभावी होनी चाहिए l
आसमानी हमला –aerial attack
  • सुरक्षित रास्ता– safe passage
  • सुरक्षित स्थान–safe house
 एडवांस सिक्योरिटी लायसन एक विस्तार पूर्वक एक्सरसाइज है जिसमें आयोजक के अलावा तमाम सुरक्षा से जुड़ी एजेंसीया मिलकर पर्याप्त बंदोबस्त करती है, किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए l

हमारे केस में, अगर कोई विजिट या किसी भी प्रकार का कार्यक्रम प्लांट के अंदर होता है, तो लोकल पुलिस को पहले से ही सूचित करना और तमाम सुरक्षा संबंधी और आपातकाल संबंधी विषयों पर उनमें जरूर बातचीत कर लेनी चाहिए l

किसी प्रकार का विजिट /कार्यक्रम का बंदोबस्त प्लांट के बाहर होता है तो, जैसे लोकल एरिया रायगढ़, अंगुल ,और रांची या और दूसरी जगहों पर ,हमें पहले से ही एक सिक्योरिटी ऑफिसर भेजना चाहिए l ऑफिसर वहां जाकर कार्यक्रम की जगह के अलावा व्यवस्थापक के साथ सुरक्षा संबंधित विषयों पर बातचीत करें कार्यक्रम स्थल पर पहले से ही लोकल पुलिस की तैनाती कर देनी चाहिए l

अधिगम नियंत्रण–Access Control

इसका मतलब है कि स्ट्राईल जोन में मेन और मटेरियल का प्रवेश नियंत्रण के साथ करें l  स्ट्राईल जोन में भी हर हरकत पर पूरा नियंत्रण रखें l आमतौर पर हम सभी प्लांट्स और साइट्स पर एक्सेस कंट्रोल प्रक्रिया लागू करते हैंंl   लेकिन हमें वी.आई.पी. के कार्यक्रम के बारे में सूचना मिलती है तो इस प्रक्रिया को और प्रभावी तरीके से लागू करना होगा, जब तक वह लोकेशन में उपलब्ध रहे l  कार्यक्रम में एक्सेस कंट्रोल के दौरान सुनिश्चित करना है कि व्यक्ति अपने फायदे के लिए स्ट्राईल जोन   में प्रवेश न कर सके l

प्रवेश देने से पहले:–
  • पहचान/ मान्यता प्राप्त हो। 
  • प्राधिकारी द्वारा मान्यता मिली हो l
  • तलाशी ली हुई हो l
  • पूर्ण रूप से तलाशी लेना कहीं कोई गैर जरूरी सामान तो नहीं ले रहा हो l   
एक्सेस कंट्रोल के तरीके:–
  • पाली जरूरत है कि फिजिकल बैरियर और सिक्योरिटी कार्डन लगाना l
  • ज्यादा प्रवेश द्वारा नहीं होनी चाहिए l
  • हाई जोन और लो जॉन एरिया को एयरमार्क कर देना चाहिए l  हाई जोन एरिया वो होता है जहां पर वी.आई.पी. का हाल्ट या मूवमेंट कर सकता है l हाई जोन लो जोन में रैंक और पोजीशन का भेदभाव नहीं करे l लेकिन कार्यक्रम के जरूरत के अनुसार शक्ति के साथ काम करे l हाल्ट की जगह सही नहीं होने पर अस्थाई बैरिकेटिंग  के साथ घेरा  बंदी करें और एंट्री और आउट पूरे नियमों के मुताबिक करें l कोशिश और परामर्श के साथ लोकल पुलिस को प्रॉपर एक्सेस कंट्रोल लागू करवाना चाहिए, जब वीआईपी किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्लांट एरिया से बाहर जाता है l कृपया ध्यान रखें "शक्ति से किया गया एक्सेस कंट्रोल से खतरा दूर रहता है l"
विध्वंस विरोधी तलाशी :– Anti Sabotage check

सामान्य विध्वंस तलाशी खासकर ऑफिस, रेजिडेंस और उन सब जगह जहां से नुकसान पहुंचाने  की कोशिश हो सकती है l
 जब वी.आई.पी. का प्रोग्राम मिलने पर विध्वंस विरोधी तलाशी के द्वारा वी.आई.पी. के आने से 3 घंटे पहले सभी जगह की जांच पड़ताल के बाद सुरक्षाकर्मीयो की तैनाती कर देते हैं, जहां पर विजिट कर सकते हैं l

भौतिक तैनाती:–physical deployment
  • फिजिकल तैनाती के फायदे l
  • एंट्री और आउट पर पूरा नियंत्रण रहता है l
  • स्ट्राईल जोन एरिया को सुनिश्चित करना l
  • निवारण l
  • संदिग्ध तत्वों पर नजर बनाए रखना l
  • हमला होने की स्थिति में निष्क्रिय करना l
  • आपातकाल स्थिति से निपटना l

इस प्रकार की भौतिक तैनाती द्वारा सुरक्षित सिक्योरिटी कोर्डन का ध्यान रखना चाहिए l आमतौर पर बड़ी सिक्योरिटी संस्थाएं तीन सुरक्षा घेरो के साथ तैनाती करती है:–
  • नजदीकी घेरा –Isolation Cordon
  • मध्य घेरा –Inner Cordon
  • बाहरी घेरा–Outer Cordon
इस प्रकार के कार्डन का  मतलब है की मेन और मटेरियल की छानबीन करनी के बाद इजाजत देना l

नजदीकी सुरक्षा घेरा कोर ग्रुप का होता है जो वी.आई.पी के नजदीक रहते हैं ,चाहे वह कहीं पर हो l  मुख्य एरिया में प्रवेश पर शक्ति से नियंत्रण और उन्हीं को प्रवेश देना जिनको इजाजत मिली हो l  हमारे केस में लोकल पुलिस नजदीकी सुरक्षा में तैनाती होती है l हो सके तो वी.आई.
पी.के साथ सुरक्षाकर्मियों की तैनाती समान ब्लड वालों की हो l

इनर कार्डन सुरक्षा का पहला घेरा  होता है l  जिसकी तैनाती यूनिफार्म के साथ पेरिमीटर / वॉल फेंसेस के साथ होती है l  इनका काम घुसने वालों को पकड़ना है l लोकल पुलिस/ केंद्रीय पुलिस की सतर्कता पूर्वक तैनाती से अच्छे परिणाम आने चाहिए l  QRT  को सतर्कता पूर्वक तैनात रखना चाहिए l

आपातकाल योजना–contingency plannin
आपातकाल योजना किसी भी सिक्योरिटी तैयारी का सबसे अहम हिस्सा है, किसी भी प्रकार की थोड़ी सी भी कमी रही तो इसके बहुत बुरे परिणाम होंगे l
  • वीआईपी को सुरक्षित रखने के लिए योजना l
  • जानबूझकर नुकसान / खतरे वाले मामले l
  •  आकस्मात नुकसान/ खतरे वाले मामले l
  • बीमारी (मेडिकल आपातकाल)
आपात में प्रक्रिया देना:–
 यदि कोई दुर्घटना होती है तो वहां पर नियंत्रण के लिए दूसरों के बजाये पहले व्यक्ति होते हैं l आपको सही प्रक्रिया देनी चाहिए l  हर कार्य स्थल पर आपात स्थिति और आग से निपटने की योजना होती है l

खतरों को ढूंढना और रिपोर्ट करना: –
गस्त द्वारा कार्यस्थल पर सुरक्षा की जांच करना और किसी भी समस्या को रिपोर्ट करना होता है l

लोगों के साथ व्यवहार:–
उद्योगों परिसर के गेटों और कार्यस्थल में आपका सीधे संपर्क लोगों के साथ होता है l उपभोक्ता आपसे जानकारी और सहायता की उम्मीद रखता है l इसलिए जरूरी है कि आपका व्यवहार अच्छा हो l


टिप्पणियाँ

Sachin Kumar Mishra ने कहा…
पढ़ने के बाद अच्छा लगे तो कॉमेंट करे धन्यवाद

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